ब्यावर जिले में स्थित गिरी सुमेल रण स्थली में 19 मार्च को 481वें बलिदान दिवस के अवसर पर वीर शिरोमणि राव कूंपा जी राठौड़ की अष्ट धातु से निर्मित भव्य मूर्ति का अनावरण समारोह पूर्वक किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद गजसिंह जोधपुर ने कहा कि मारवाड़ के इतिहास में राव कूंपा जी और गिरी सुमेल युद्ध का अद्वितीय स्थान है। मातृभूमि के सम्मान के लिए जैता-कूंपा के नेतृत्व में मात्र 8600 वीरों ने शेरशाह की 80 हजार की सेना से लोहा लिया और अपनी वीरता से शत्रु को पीछे हटने पर विवश कर दिया। मातृभूमि के प्रति इन वीरों के प्रेम ने उन्हें इतिहास में अमर कर दिया। ऐसे वीर नायक कूंपा जी की यह मूर्ति आने वाली पीढ़ियों को भी स्वाभिमान और देशप्रेम की प्रेरणा देगी।
वीर शिरोमणि राव कूंपा जी राठौड़ मूर्ति निर्माण समिति, आसोप के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय विधायक व राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि रणस्थली के विकास हेतु सभी आवश्यक कार्य शीघ्र पूरे किए जाएंगे जिनमें सीमेंट की सड़क का निर्माण, सभा भवन का निर्माण, हाईमास्क लाइट लगवाना आदि शामिल है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि आप सभी ने वीर शिरोमणि राव कूंपा जी की इस मूर्ति के माध्यम से हमारे विस्मृत होते इतिहास को पुन: जीवित करने का कार्य किया है। यह प्रेरणा स्थल आने वाली पीढ़ी को अपने इतिहास से जोड़े रखने का कार्य करेगा। धरोहर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने गिरी में पैनोरमा के विकास एवं मरम्मत कार्यों हेतु 20 लाख रुपए का सहयोग देने की घोषणा की। कार्यक्रम में समता राम महाराज, पूर्व केबिनेट मंत्री नरपत सिंह राजवी, पूर्व सांसद गोपाल सिंह शेखावत ईडवा, शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़, शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी, जनजाति विकास आयुक्त शक्ति सिंह राठौड़ पीपाड़ा, भाजपा नेता अभिमन्यु सिंह राजवी, भंवर सिंह मण्डली, मारवाड़ राजपूत सभा अध्यक्ष हनुमान सिंह खांगटा, भापजा जिला अध्यक्ष देहात जोधपुर त्रिभुवन सिंह भाटी सहित अनेकों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। समारोह में देश एवं राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के साथ अन्य प्रदेशों से भी समाजबंधु मातृशक्ति सहित शामिल हुए। मूर्ति निर्माण समिति आसोप के संरक्षक सुमेर सिंह, गजसिंह पुरा, अध्यक्ष दिग्विजय सिंह आसोप, उपाध्यक्ष पृथ्वी सिंह खारिया ढढ़ेसरी, सचिव नारायण सिंह बासनी, कोषाध्यक्ष रघुवीर सिंह सुवाणा, गोपाल सिंह रडौद, गोपाल सिंह नाड़सर, भंवर सिंह बागोरिया तथा आसोप ग्रामवासियों ने आयोजन व्यवस्था में सहयोग किया।