समाज में विभिन्न अवसरों पर एकता के आह्वान किए जाते रहे हैं लेकिन वास्तविक एकता लक्ष्य की एकता के बिना नहीं आ सकती। जब हम सबका लक्ष्य एक होगा तभी हम सबके जीवन एक सूत्र में बंध सकते हैं। इसीलिए संघ हमें अपने शिविरों में एक ध्येय, एक मार्ग, एक ध्वज और एक नेतृत्व के सिद्धांत पर आधारित साधना का अभ्यास करा रहा है। उपर्युक्त बात श्री क्षत्रिय युवक संघ के संघप्रमुख माननीय श्री लक्ष्मण सिंह बैण्याकाबास ने मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में कचनारा (नाहरगढ़) स्थित राजपूत धर्मशाला में आयोजित श्री क्षत्रिय युवक संघ के सात दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में शिविरार्थियों से संवाद करते हुए कही। संघप्रमुख श्री 1-2 जनवरी को शिविर में उपस्थित रहे। 30 दिसंबर से 5 जनवरी तक आयोजित इस शिविर का संचालन केंद्रीय कार्यकारी प्रेम सिंह रणधा ने किया। उन्होंने शिविरार्थियों को विदाई देते हुए कहा कि सात दिन पहले जब हम मिले थे तब हम अपरिचित थे लेकिन इन सात दिनों में हमारे बीच जिस घनिष्ठता का जन्म हुआ है उसका प्रमाण विदाई के इस अवसर पर हमारे नेत्रों में आई नमी में देखा जा सकता है। हमारी यहां से जाने की इच्छा नहीं हो रही है लेकिन जाना पड़ेगा क्योंकि यहां हम केवल प्रशिक्षण लेने आए थे। हमारा वास्तविक कार्यक्षेत्र तो समाज है जहां जाकर हमें यहां मिले शिक्षण का व्यावहारिक अभ्यास करना है। शिविर में कचनारा, गोवर्धनपुरा, कोटड़ी मांडा, सूठखेड़ा, फतेहगढ़, गैलाना सहित क्षेत्र के विभिन्न गांवों से 80 शिविरार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। महेंद्र सिंह फतेहगढ़ व दयाल सिंह कुंता खेड़ी ने स्थानीय समाजबंधुओं के साथ मिलकर व्यवस्था में सहयोग किया।
लक्ष्य की एकता ही है वास्तविक एकता - संघप्रमुख श्री : मध्यप्रदेश के कचनारा में सात दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित

Path prerak
5th January, 2025